युवा तुम में धैर्य हो, लिये त्याग का सार।
हर राह तुम जीत कर, मिटा दो अंधियार।।
कार्य ऐसा तुम करो, हो जग में आलोक।
ध्वजा फहरे नाम का, विश्व के हर लोक।।
अपने तेज बल साहस से बन कर तुम वीर।
धैर्य संकल्प धीरज धर बने रहो गंभीर।।
विकट परिस्थितियों में भी रख मुस्कान।
युवा तुम्हारी जयकार हो बढ़े तुम्हारी शान।।
नित्यदिन करो प्रार्थना और स्तुति गान।
ईश्वर का आशीष मिले बढ़े अद्वितीय मान।।
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