Aug 7, 2025

कोशिश कामयाबी लायेगा

 बड़ी ठोकरे खायी मैंने,

हौसला लगभग टूट गया था।

पर एक बात सदा रही

कोशिश करना न छूट सका था।।

जहां जहां उम्मीद थी,

हर जगह ना-उम्मीद हुई। 

हर आशा, निराशा में बदली,

पर कोशिश कभी कम न हुई।।

मैं अपनी राह पे चलता रहा,

मंजिल कभी पास न आई।

दूर दूर तक अंधेरा था,

पर रफ्रतार कम न हुई।।

कई दशक बीत गये,

पर हार कभी न मानी।

लोग खिल्लियां उड़ाते रहे,

पर मंजिल पाने को ठानी।।

एक दिन ऐसा आयेगा,

कोशिश कामयाबी लायेगा।

वह दिन अब दूर नहीं अद्वितीय,

सफलता की बुलंदी छायेगा।।

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