जब तक मिले न मंजिल,
मन में विश्वास जलाये रखना।
राह में देख कर अंधेरा
कभी न विचलित होना।।
सदा श्रेष्ठ विचारों को जो,
आलोकित किये रखता है।
राह में अपनी निष्ठा को,
कभी डगमगाने नहीं देता है।।
अतीत और दुविधा की दशा को,
जो छोड़ कर चलता है।
पाता है वही मंजिल अद्वितीय,
जो सपने सजाएं रखता है।
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