Jun 9, 2025

मधुर स्मृतियां

मधुर स्मृतियां 


मस्तिष्क जब स्मृति की 

जंग लगी सांकलों को 

खड़खड़ाने लगता है----

अतीत की मधुर स्मृतियां 

चन्द्रमा की ज्योत्सना समान 

बिखरने लगता है।

हृदय में प्यार का झरना 

झर-झर बहने लगता है।

वह स्वर आज भी 

जाना पहचाना सा----  

वह अगाध रूपराशि 

हृदय में उतर जाता है। 

जीवनपथ पर जीवन की 

द्रुतगति से दौड़ती गाड़ी 

स्मृतियों की चांदनी में 

अद्वितीय आज भी 

निखर जाया करता है।

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