संदेशा लाया
उड़ता फिरता छत पे आया
कांव कांव करता
काग रे--------------।
उनके आने का
संदेशा लाया क्या---?
मन में आया विचार रे
कांव कांव करता काग रे---।
पछिया चले आग बरसे
जेठ महीना जल को तरसे
ऐसे में साजन को कर याद
पड़ गये ठंढी फुहार रे
छत पे आया काग रे-----।
याद सताये रात में
आंखें तकती राह में
कर सोलह सिंगार रे
पिया मिलन की आस रे
उनके आने का संदेशा लाया
कांव कांव करता काग रे--------।।
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