उड़ूं आसमां में
साहस के पंख हैं पर नन्ही जान है,
उड़ूं आसमान में, मेरे अरमान हैं।
लक्ष्य को पाना आत्म सम्मान है,
जीवन में प्यारा, अपना स्वाभिमान है।।
कला का सृजन, जीवन आधार है,
धैर्य धर-आगे बढ़, यही सूत्रधार है।
अभ्यास और कार्य, जीवन सार है,
दिल में धड़कन, सभी से प्यार है।।
फूलों से सीखा सदा मुस्कुराना,
सच्चाई का दर्पण सच दिखलाना।
वक्त चाहे जैसा हो नहीं घबराना,
समर्पित तन मन मंजिल है पाना।।
साहस के पंख हैं पर नन्ही जान है,
उड़ूं आसमां में, अद्वितीय अरमान है।
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