हारा पर विश्वास नहीं टूटा है
हार-जीत का खेल है जीवन,
जो हारा पर विश्वास नहीं टूटा है।
जीत की उम्मीद लिए है जो,
उड़ने को आकाश नहीं छूटा है।।
स्वयं को क्यों दोष दें,
दुबारा प्रयत्न करना काम है।
उत्साह से भर कर आगे बढ़ने पर,
हर जीत पर लिखा अपना नाम है।।
हार-जीत का रोमांच न हो तो,
जीवन, क्या ही जीवन है।
हर हार की बाजी जीतने में
दांव लगाना ही जीवन है।।
कुछ कर गुजरने का विश्वास,
हार कर भी जहां नहीं छूटा है।
जीत मिलना वहां निश्चित है,
विश्वास अद्वितीय नहीं टूटा है।।
No comments:
Post a Comment