Apr 12, 2025

 तन मन सब तेरा


तुम्हारी यादों से जगमग है 

मन का कोना कोना।

तुम्हारे प्रेम ने सीखा दिया

कभी विचलित नहीं होना।


सब साथ छोड़ दिये, हम चल रहे,

तुम्हारे प्यार में जी रहे, जल रहे,

दिल में है एक विश्वास हमारे

मिलन को जी रहे, हम पल रहे।


मन की आग को बुझाने आये,

लोग बहुत कुछ सुनाने आये,

हृदय में बसा रखा है जो यादें

उन्हें सब मिटाने आये।


आ जाओ सूना आंगन मेरा,

तुमसे स्नेहसिक्त है मन मेरा

प्रिय अद्वितीय विश्वास न तोड़ो

यह तन-मन सब है तेरा।


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