Dec 7, 2019

लोकप्रियता का आरंभ Hindi Poem जब भी अवसर मिले, मुस्कराइए


जब भी अवसर मिले, मुस्कराइए

लोकप्रियता का आरंभ 
होती है मुस्कान से,
सफलता का उल्लास
मिलता है मुस्कान से।

सजगता बनी रहेगी, खिलखिलाइए। 
जब भी अवसर मिले, मुस्कराइए।।

मुस्कराहट आनंद का सृजन करती है
खिलखिलाहट मस्ती भर देती है,
तनाव अवसाद बहुत दूर रहेगा
अगर मुस्कान को बुला लीजिए।

सजगता बनी रहेगी, खिलखिलाइए। 
जब भी अवसर मिले, मुस्कराइए।।   

अपनी गलतियों पर 
मत पछताइए,
ऐसा दुबारा नहीं होगा
ठहाका लगा कर ठान लीजिए।

सजगता बनी रहेगी, खिलखिलाइए। 
जब भी अवसर मिले, मुस्कराइए।।

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