"भोले शंकर भोलेनाथ दे दो हमें आशीर्वाद"
आया सावन, मन हरषे,
बारिस की बून्दे, झमाझम बरसे।
शुरू हो गई भक्ति की बेला
बम-बम भोले कांवड़ों की मेला।
मंदिरों में घंटियां बजने लगीं
भक्तों की भीड़ सजने लगी।।
आया सावन, मन हरषे,
बारिस की बून्दे, झमाझम बरसे।
बेल की पाती, धतूरा व फूल
गंगा जल का चढ़ावा, चढ़ाने लगे
स्वच्छ तन-मन, पवित्र हृदय से
भोलेनाथ को सब मनाने लगे।।
आया सावन, मन हरषे,
बारिस की बून्दे, झमाझम बरसे।
भोले शंकर, भोलेनाथ
दे दो हमें आशीर्वाद
तन-मन से हम स्वस्थ रहें
सारे जग में प्रेम बढ़े।।
आया सावन, मन हरषे,
बारिस की बून्दे, झमाझम बरसे।
=============
----------------
No comments:
Post a Comment