जब से उसने सुनी है खबर
जबसे उसने सुनी है खबर,
प्रियतम आ रहे हैं,
उसके जीवन में फिर से
बहार आ गयी है।
विरक्त हो गये हृदय में
उत्साह भर गयी है,
उसकी पायल की छम-छम,
की झंकार बढ़ गयी है।
जबसे उसने सुनी है यह खबर
सखी-सहेलियों से,
मुस्करा मुस्करा कर उसकी
मिलने जुलने की रफ्तार बढ़ गयी है।
प्रतीक्षा में उनकी
राह तकने के लिए,
पनघट पर जाकर पानी भरने के
नये नये बहाने गढ़ने लगी है।
जबसे उसने सुनी है खबर,
प्रियतम आ रहे हैं,
उसके जीवन में फिर से,
बहार आ गयी है।
पिया घर जा रही है तू
सहेलियों के ये शब्द सुनकर,
उसकी चूड़ियों की झंझनाहट
बढ़ने लगी है।
उसके आगे उनके
टेड़े-मेड़े प्रश्नों के
उत्तर देने से कतराकर,
वह घर में आकर छिपने लगी है।
जबसे उसने सुनी है खबर, प्रियतम आ रहे हैं,
उसके जीवन में अद्वितीय, बहार
आ गयी है।।
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