जीवन हार नहीं, जीत है
केवल एक बार मिलने वाला हमारा यह जीवन अनमोल है। कभी गुफाओं में रहने वाला कल का मानव अपनी बुद्धि और कौशल से इस ब्रह्माण्ड में अपनी पहचान बनायी। उसने यह साबित कर दिया कि हमारा जीवन विकास और केवल विकास के सिद्धांत पर कायम है, हम मानव सदा चिंतन व सृजन के साथ आगे बढ़ना जानते हैं।
एक चिंतक का कथन है कि जब परिस्थितियां हमारे लिये मुश्किलों के पहाड़ खड़ी करने लगें, जब जीवन का आकाश काले बादलों से आच्छन्न हो जाए और अंधेरा के सिवा हमें कहीं भी प्रकाश की किरण नहीं दिखाई दे, तो समझ लेना चाहिए कि अब शौर्य तथा शक्ति के प्रदर्शन का समय आ गया है व यह बताने का वक्त आ गया है कि हम किस धातु के बने हैं।
विपरीत परिस्थितियों में प्राप्त की गई सफलता ही हमारे कौशल की कसौटी है। मानव सामान्य जीवन व्यतीत करता है। अगर उसकी जिंदगी में कोई अप्रत्याशित घटना घट जाए तो इस अचानक आने वाले परिवर्तन से उसके भीतर के व्यक्तित्व व शक्तियों का अविरल प्रवाह होने लगता है। मुसीबतों के काले गहरे बादलों में ज्योति किरण ढूंढना ही प्रतिभा को विकसित करना है। शायद आपके भीतर भी समुद्र की तरह योग्यताओं, प्रतिभाओं के अनेक भंडार मौजूद हों जिन्हें आप जानते भी नहीं हांे।
अतः बाधओं के आने पर उनसे घबराने की बजाय धैर्य पूर्वक उनका समाधान ढूंढने पर ये छिपी योग्यताएं आपका मार्गदर्शन करती है। जब भी जीवन में ठहराव, नीरसता महसूस हो हमें नए आयाम खोजना होगा। गिरना दुर्भाग्य नहीं है, गिरकर उठने की कोशिश न करना दुर्भाग्य है। जीवन प्रतियोगिता नहीं, सहयोग है।
दुनिया में ऐसा कोई भी नहीं है जिसे बेहद सरल जिंदगी मिली हो या जीवन में किसी प्रकार की कोई चुनौती नहीं आई हो। हमें परेशानियों से डरकर पीछे हटना नहीं बल्कि सामना करने के लिये तैयार रहना चाहिये।
जब जब ठहरे यह जीवन, एक बार फिर से सारी हिम्मत जुटाकर इसे पुनः गति देने की कोशिश करें। याद रखें मनुष्य के जीवन में खट्टे-मीठे पल आते हैं। ये सिलसिला कभी नहीं रुकता है।
अतः किसी भी पराजय के समय निराशा आपको अपने आगोश में समेटने के लियेे बढ़े तो आपको पूरी दृढ़ता के साथ आगे बढ़ना होगा। यह सोच कर कि जीवन हार नहीं, जीत है।
केवल एक बार मिलने वाला हमारा यह जीवन अनमोल है। कभी गुफाओं में रहने वाला कल का मानव अपनी बुद्धि और कौशल से इस ब्रह्माण्ड में अपनी पहचान बनायी। उसने यह साबित कर दिया कि हमारा जीवन विकास और केवल विकास के सिद्धांत पर कायम है, हम मानव सदा चिंतन व सृजन के साथ आगे बढ़ना जानते हैं।
एक चिंतक का कथन है कि जब परिस्थितियां हमारे लिये मुश्किलों के पहाड़ खड़ी करने लगें, जब जीवन का आकाश काले बादलों से आच्छन्न हो जाए और अंधेरा के सिवा हमें कहीं भी प्रकाश की किरण नहीं दिखाई दे, तो समझ लेना चाहिए कि अब शौर्य तथा शक्ति के प्रदर्शन का समय आ गया है व यह बताने का वक्त आ गया है कि हम किस धातु के बने हैं।
विपरीत परिस्थितियों में प्राप्त की गई सफलता ही हमारे कौशल की कसौटी है। मानव सामान्य जीवन व्यतीत करता है। अगर उसकी जिंदगी में कोई अप्रत्याशित घटना घट जाए तो इस अचानक आने वाले परिवर्तन से उसके भीतर के व्यक्तित्व व शक्तियों का अविरल प्रवाह होने लगता है। मुसीबतों के काले गहरे बादलों में ज्योति किरण ढूंढना ही प्रतिभा को विकसित करना है। शायद आपके भीतर भी समुद्र की तरह योग्यताओं, प्रतिभाओं के अनेक भंडार मौजूद हों जिन्हें आप जानते भी नहीं हांे।
अतः बाधओं के आने पर उनसे घबराने की बजाय धैर्य पूर्वक उनका समाधान ढूंढने पर ये छिपी योग्यताएं आपका मार्गदर्शन करती है। जब भी जीवन में ठहराव, नीरसता महसूस हो हमें नए आयाम खोजना होगा। गिरना दुर्भाग्य नहीं है, गिरकर उठने की कोशिश न करना दुर्भाग्य है। जीवन प्रतियोगिता नहीं, सहयोग है।
दुनिया में ऐसा कोई भी नहीं है जिसे बेहद सरल जिंदगी मिली हो या जीवन में किसी प्रकार की कोई चुनौती नहीं आई हो। हमें परेशानियों से डरकर पीछे हटना नहीं बल्कि सामना करने के लिये तैयार रहना चाहिये।
जब जब ठहरे यह जीवन, एक बार फिर से सारी हिम्मत जुटाकर इसे पुनः गति देने की कोशिश करें। याद रखें मनुष्य के जीवन में खट्टे-मीठे पल आते हैं। ये सिलसिला कभी नहीं रुकता है।
अतः किसी भी पराजय के समय निराशा आपको अपने आगोश में समेटने के लियेे बढ़े तो आपको पूरी दृढ़ता के साथ आगे बढ़ना होगा। यह सोच कर कि जीवन हार नहीं, जीत है।
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