Motivational Poem In Hindi
मन की गलियों में बसा है
man ki galiyon men basa hai
मन की गलियों में बसा है आशा और उल्लास
चलो चलें उन्मुक्त गगन में उड़ने को आज
स्वप्न आकाश छूने का है
मन में है उल्लास
हौसलों के पंख लगे हैं
आशाओं का है विश्वास
जीवन के पग-पग पर छाये, रंग बिरंगे साज
चलो चलें उन्मुक्त गगन में उड़ने को आज
जिंदगी हौसले वालों की जीत है
जवानी की उसमें गीत है
परिश्रम की साज बजाते हैं जो
जिंदगी उन्हीं की रंगीन है
आशा ही जीवन है, और अटल है विश्वास
चलो चलें उन्मुक्त गगन में उड़ने को आज
समय करें न कभी प्रतीक्षा
संकल्प लेकर पाबन्दी कर लो
शिखर छूने की आजादी लेकर
उमंगें मन में भर लो
चलो चलें उन्मुक्त गगन में उड़ने को आज
मन की गलियों में बसा है आशा और उल्लास ॥
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