Motivational Poem in Hindi
उज्ज्वल हो प्रकाश सा
ujjawal ho prakash saa
सागर की लहरों सा साहस हो
तेजी हो तूफान सा
और जीत का आस हो
संकल्प रूपी भुजा हो
हिम्मत हो आँधी सा
और सफलता का विश्वास हो
विवेक भरा ज्ञान हो
उज्ज्वल हो प्रकाश सा
और ध्येय भरा आत्मविश्वास हो
स्वाध्याय का बल हो
ऊँचाई हो पर्वत सा
और ज्ञान से बाधाओं का नाश हो
लेकर परिवर्तन और जीत का ध्वज
अब आगे बढ़ना है
उन्नत समाज की रचना में
भागीदारी कुछ अपना भी हो
No comments:
Post a Comment