Aug 24, 2016

Motivational Poem In Hindi - कोई साथ नहीं, अगर साथी- koi saath nhin, agar sathi




Motivational Poem In Hindi

कोई साथ नहीं, अगर साथी 

koi saath nhin, agar sathi


अगर राह नहीं हो तो, राह बना लेंगे
अगर पहचान नहीं हो तो पहचान बना लेंगे, 
कोई साथ नहीं, अगर साथी अकेला ही चलेंगे 
आगे बढ़ेंगे तो, साथी जुड़ते जायेंगे।

हर किसी को अपना बनाते जायेंगें 
पथ के रुकाबटों को हम पार करते जायेंगें
लक्ष्य पाने की राह में, संकल्प अटल रहेगा 
धैर्य धारण कर बढ़ेगे, विश्वास सफल रहेगा

कोई साथ नहीं, अगर साथी अकेला ही चलेंगे 
आगे बढ़ेंगे तो, साथी जुड़ते जायेंगे। 

समय बड़ा बलवान है, 
व्यर्थ बीत गये तो, नहीं आएँगे 
जीवन में कुछ करने से पहले 
हम बहुत पछतायेंगे 

समय व्यर्थ बीते ना,
 सबसे बड़ी कोशिश यह करना है
जीवन में आगे और आगे 
सदा बढ़ते रहना है

 कोई साथ नहीं, अगर साथी अकेला ही चलेंगे 
आगे बढ़ेंगे तो, साथी जुड़ते जायेंगे। 

सूरज की किरणों सा उज्ज्जल 
हर दिन मन में नव-विचार भरें  
तम की चादर जब मन पर छाये
इसे दूर भगायें, इसे दूर भगायें ॥

 कोई साथ नहीं, अगर साथी अकेला ही चलते जायेंगे  
आगे बढ़ेंगे तो, साथी जुड़ते जायेंगे।  

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