Aug 25, 2016

Janmashtami Special Poem In Hindi श्याम विराजे मन है पुलकित shyam viraje man hai pulkit



 Janmashtami Special 
Poem In Hindi

श्याम विराजे मन है पुलकित 

shyam viraje man hai pulkit


कर लो आज दीप आलोकित
श्याम विराजे मन है पुलकित 

 आओ आज उत्सव मनायें 
घनश्याम हमारे घर को आये
लेकर उनसे ज्ञान गीता का 
विश्व के सारे वैर भुलायें

कर लो आज दीप आलोकित
श्याम विराजे मन है पुलकित 

पवन प्रेम के रूप हैं गिरधर 
प्रीत का राग बांसुरी सुनाये 
मक्खन, गोपियाँ, माँ यशोदा के किस्से 
चलो आज नन्दलाल से सुन आयें 

कर लो आज दीप आलोकित
श्याम विराजे मन है पुलकित 

श्री कृष्ण हुए अवतरित धरती पर 
मानव जीवन के हर पल को समझाये 
प्रीत की उच्च भावना शिखर पर 
श्री राधा-कृष्ण की रित सजाये 

कर लो आज दीप आलोकित
श्याम विराजे मन है पुलकित ॥  



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