Independence Day Special
Poem In Hindi
तुम ही मेरी पहचान हो
Tum hi Meri Pahchan Ho
मेरे वतन, मेरे वतन
प्रेम करते हैं तुमसे हम
मेरे वतन, मेरे वतन।
बन कर कर्म-धर्म का ज्ञाता
विश्व में बंधुत्व का रंग भरता हूँ
लेकर हाथ में ध्वज तिरंगा
सारे जहां से कहता हूँ.
मेरे वतन, मेरे वतन
प्रेम करते हैं तुमसे हम
मेरे वतन, मेरे वतन।
जन्म से मृत्यु तक, बाद भी
तुम ही मेरी पहचान हो
इस सारे जग में सबसे सुंदर
मातृभूमि, भारत माँ मेरी शान हो
मेरे वतन, मेरे वतन
प्रेम करते हैं तुमसे हम
मेरे वतन, मेरे वतन।
तेरे नाम के साथ है जीना है
तेरी गोद में ही मरना है
तेरी मिट्टी की खुशबू को
सारे जग में फैलाना है
मेरे वतन, मेरे वतन
प्रेम करते हैं तुमसे हम
मेरे वतन, मेरे वतन।
सिर पर केसरिया की शान न्यारी
श्वेत उज्जवल मन और चक्र की धार हमारी
हरी भरी धरती प्यारी
उच्च संस्कृति है हमारी
मेरे वतन, मेरे वतन
प्रेम करते हैं तुमसे हम
मेरे वतन, मेरे वतन ॥
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