Jul 14, 2016

Motivational Poem - सृजन भरा संसार हो - Srijan bhara sansar Ho



Motivational Poem in Hindi

सृजन भरा संसार हो  

Srijan bhara sansar Ho



कपट भरी तृष्णाओं से हट कर 
मानवता की ऊंचाइयों को छूना 
अपना यही संसार हो, अपना यही विचार हो 
अपनेपन से प्यार हो, सृजन भरा संसार हो । 

सृजन अपने हाथों से करके  
अदभुत आनन्द की अनुभूति पाते हैं 
ये शिल्पी! ये सृजन तेरा
संसार में नाम कर जाते हैं । 

 हम स्वयं ही अपना मित्र हैं 
हम स्वयं ही अपना शत्रु 
अपने उत्थान की, अपने पतन की 
उज्ज्वल जीवन की, अंधकार भरी राह की
आशा या निराशा भरी जीवन की 
हम स्वयं ही जिम्मेवार हैं।


     

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