MOTIVATIONAL Poem In Hindi
मन को भरने दो उड़ान
Man Ko Bharney Do Udan
घूँघट में पलकें बंद क्यों
क्यों सपने हजार टूट गये
नई ऊँचाई छूने को
क्यों सारे रास्ते भूल गये ।
मत तोड़ो अपने सपने
मन को भरने दो उड़ान
धरती से अम्बर तक उड़ो
चेहरे पर रहे सदा मुस्कान ॥
परिवर्तन से बनते नए सपने
परिवर्तन एक नियति है
परिवर्तन विकास का है साथी
यही जीवन में खुशियां लाती है।
नव सृजन की आशा लेकर
जीवन पथ पर चलना है
नई ऊँचाई छूने को
संकल्प यही हमें करना है ॥
कंटको भरा जीवन पथ
मुश्किलों से भी बचना है
नई ऊँचाई छूने को
घूँघट से हमें निकलना है ॥
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