Motivational Poem in Hindi
सोच है ताकत, सोच है हिम्मत, सोच है एक शंखनाद
soch hai takat, soch hai himmat, soch hai ik shankhnaad
कौन चाहता है दुःख, जीवन में
सुख की कामना किसे नहीं
हर कोई मांगता सुखी जीवन
नहीं हो सामना दुःख का कहीं ।
हर कर्म, हर कार्य
यही सोच वह करता है
दुःख का बादल फिर भी
उस पर बरसता है ॥
धैर्य धरो ये मानव मन
दुःख से विचलित क्या होना
अपने चित्त और अंतर में
खुशी और आनंद को भरना ।
है बड़ी कठिन स्थिति
दुःख में बनाना आनंद की परिस्थिति
कैसे होगा यह संभव, क्या है यह असंभव ?
नहीं, नहीं है यह असंभव ॥
सोच है ताकत, सोच है हिम्मत, सोच है एक शंखनाद
सोच को बदल डालो, कर लो दुखों का निदान ।
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