Motivational Poem In hindi
इस धरा पर प्रेम करो
Is Dhra Per Prem Karo
नम्र बनो निर्माण करो
इस धरा पर प्रेम करो
अपने समाज का आभार करो
अपने देश पर अभिमान करो
विश्व का नव-निर्माण करो
मानव हैं, मानव का सम्मान करो
विपत्तियों में धैर्य धरो
कर्तव्य मार्ग पर अग्रसर रहो
वीर बनो, तुम धीर बनो
संयम और सहनशील बनो
आपदाओं में खुश रहना सीखें
मानव हो, मानवों से प्यार करो
संकट और कठिनाई से जूझो
यही पुरुषार्थ है, इसकी पहचान करो
धारण करो मानव मूल्यों को
जो हारे उनमें नव-शक्ति का संचार करो
जो जीत गए उनका सम्मान करो
समाज से पहचान बढ़ाओ, परिवार से प्यार करो
नम्र बनो, निर्माण करो
इस धरा पर सबसे प्रेम करो, प्रेम करो ॥
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