Motivational Poem In Hindi
आसमां को छूने को
aasman ko chhune ko
स्वपन (स्वप्न ) थे उड़ने के, आसमां को छूने के
कुछ नया करने के, बुलंदी पर पहुँचने के
जीवन में मिली काँटों भरी राह
हिम्मत टूट गई
कारवां छूट गई
खुशियाँ गुम हुई, अंधेरे में गम के
स्वप्न थे उड़ने के, आसमां को छूने के, कुछ नया करने के
बेचारा बन गया
ग़मों से भर गया
न कोई बात, न कोई आस
बस निराश और निराश घुप्प अँधेरे में गम के
स्वप्न थे उड़ने के, आसमां को छूने के, कुछ नया करने के
बंद आँखों से देखा था जो स्वप्न
बिखर गए थे वे चूर-चूर हो के
उन्हें फिर से जगाने का ख्याल मन में लाया
धैर्य धर के, हिम्मत कर के
स्वप्न हैं उड़ने के, आसमां को छूने के, कुछ नया करने के
लेकर यह नया अरमान
भरेंगे एक नई उड़ान
आकाश भी कम पड़ जायेंगे, पर
हौसलों को कम न पड़ने देंगे
स्वप्न हैं उड़ने के, आसमां को छूने के, कुछ नया करने के
निराशा में डूबे दोस्तों,
चलो, करें एक नई पहल फिर से, बुलंदी पर पहुँचने के
आशा की लहरों को साथ ले के, आसमां को छूने के
कह गए हैं लोग पुराने
जब जागो तभी सवेरा, हिम्मत धरो तब काम हो पूरा
चलो कुछ नया करने को, आसमां को छूने को॥
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