Poem in Hindi
अंग-अंग फड़क जाये
Ang - ang fedak jaye
ऐसा कोई गीत सुना दो
मन उमंग से भर जाये
ऐसा कोई राग सुना दो
अंग फड़क फड़क जाये
ऐसा कोई दीप जला दो
जिसकी लौ राह दिखलाये
ऐसा कोई गीत सुना दो
मन उमंग से भर जाये
हर दिल में किसी की चाहत है
हर मन में किसी की तमन्ना
सभी को मंजिल पाने की ललक है
आँखों में यही है सपना
आज कोई राग सुना दो
अंग-अंग फड़क जाये अपना
ऐसा कोई गीत सुना दो
जीत की बन जाये भावना
उमंग के साथ चलता गया
हर शख्स से प्यार पाता गया
आ जाये तूफान फिर भी मुझे क्या
जीवन के हर सफर में नाव खेता ही गया
ऐसा गीत सुना हूँ ओ साथी
जीत कर भी झुकना सीख गया
ऐसा कोई गीत सुना दो ओ साथी........ ।
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