May 21, 2016

Hindi Poem नाम और पहचान



Hindi Poem 

नाम और पहचान


सपने बुनते हैं 
जब तक वे दिखते नहीं 
सपने ही कहलाते है 

सपने बन कर मंजिल 
हमें तराशते हैं 
छांटते हैं 
और एक व्यक्तित्व  का 
निर्माण करते हैं 

जो बन कर पहचान 
इस धरा पर जीवन भर 
संग-संग चलते हैं 

माता -पिता ने नाम दिया
कर्म ने पहचान दिया 
उन्होंने जीवन दिया 
 जीवन ने कर्म से सम्मान लिया।  

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