अभिमान नहीं, सम्मान के लिए
देश की मर्यादा और
शान के लिए
मन में अभिमान नहीं,
सम्मान के लिए |
नये आयाम बनायेंगें,
उत्थान के लिए
धरती माँ तेरे
सम्मान के लिए |
अंधेरे को हटा कर,
विजय रथ के लिए
संकल्प हो अपनी
नव सृजन के लिए |
समय के मूल्य को
समझने के लिए
हर डर को झटककर
कायरता को मिटाने के लिए |
लक्ष्य सफलता का है
सफलता ही पाना है
अभिमान नहीं, सम्मान के लिए
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