Apr 22, 2016

जिन्दगी और जीवन धारा-In Hindi - Jindgi aur jivandhara Geet


जिन्दगी और जीवन धारा 

पाकर तुझे ऐसा लगा 
की मेरी खोज पूरी हो गई
कुछ भी तो भूले नहीं 
जो पहली मुलाकात हुई। 

शहर के बीचोबीच 
बने उस सुंदर पार्क में 
जहाँ कॉलेज के छात्रों ने 
लगाई थी चित्रों की प्रदर्शनी।।

मुझे ही नहीं तुझे भी 
आकर्षित करती थी 
घंटों हम घुमा करते थे
 चित्रों की प्रदर्शनियों  में। 

हम दोनों उन चित्रों में 
अपनी जिंदगी के सच को 
खोजते थे, तलाशते थे 
घंटो निहारते थे।। 

और फिर हम दोनों की 
आकर्षण और एकरूपता ने 
बदल दी हमारी जिंदगी  और 
हम दोनों की जीवनधारा।।

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