तेरी जय-जयकार होगी
सपने सुहाने होते हैं
लाख बहाने होते हैं
मंजिल को पाने वाले
कर्मठ और दीवाने होते हैं |
लगा देते हैं आग पानी में
विचारों में इतनी ताकत होती
है
सोच लेते हैं एक बार
लक्ष्य को पाकर ही सोते हैं
||
मानव जिद के आगे
चांद-तारों की ऊंचाई भी कम
है
सफलता की सीढ़ियाँ
सूरज जैसा उज्ज्वल है |
कैसे मैं मानूं की
धरती का कोई भी मानव कम है
अगर उसमें हिम्मत है
आकाश की ऊँचाई भी
उसके आगे नत-मस्तक है ||
आजमा कर देख लो
अपने मन में ठान कर देख लो
दुनियां में तेरा नाम होगा,
दुनियां तेरे साथ होगी,
तेरी जय-जयकार होगी, तेरी जय-जयकार
होगी ||
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