Apr 26, 2016

मन के आँगन में-Poem-Maan ke Aangan Mey- In Hindi



मन के आँगन में


दूर कहीं देखा है तुझको
प्यार के रंग में सिमटे हुए
लिखा है तुझको  ख़त प्यार भरा
फूलों से लिपटे हुए |

रंग बिरंगे, झिलमिल-झिलमिल
मन के आँगन में हैं उमंगे
है इंतजार तुम्हारा
होगें सपने अब अपने ||

दूर बहुत ही दूरी है
अपनी मंजिल और ये राहें
रंगों की होगी फूलहार
पायेंगें हम अपनी मंजिल |

देखुंगा तुझको
रंगों में इठलाते हुए
आसमान पे छाएंगे
दूर बहुत ही दूर

प्यार के गीत गाते हुए ||

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