यादों के सहारे कल भी तुम्हारे है
जीवन का यह रूप जब-जब ठहरे ये जीवन
मुझे तुमसे बहुत दूर एक बार फिर से
मुझे तुमसे बहुत दूर एक बार फिर से
यादों के सहारे हिम्मत जुटा कर
ख्यालों में खोकर पुनः कोशिश करना |
कुछ सोचकर जीवन अगर रुक भी जायें
वीरान सा छोड़ गया है | कोशिश करके बढ़ा लेना
तुझे पाने की कोशिश नई जिन्दगी खुशियों से भर जायें
अपने अंतर में तेरी छबि ऐसा कर लेना ||
बसाने की कोशिश अन्दर छिपी है काबिलियते
शायद इसीलिए नजर आती नहीं
एकांत में छोड़ दिया है || आई है अगर मुसीबतें
यादों की परछाईयां आजमा कर देख लो
कल्पनाओं के पर्वत से भी तुम्हारी शक्ति के आगे
ऊंचाई पाने लगी है टिकेगी नहीं |
तभी एकांत में याद बाधायें तो जीवन का प्रतीक है
पास आने लगी है | आगे बढ़ो, बढ़ते रहो
सोच में बसी हो तुम यही सीख है
अपने मन से बातें करती जीवन की यही रित है ||
कोसों दूर निकल कर भी दया, प्रेम, निर्भीकता, नेतृत्व-क्षमता जैसे
तन्हाई ही मिल पाई है || कितने ही गुण भीतर भरे है
ये अनमोल योग्यताएं
अपनाकर देखो
आज ही नहीं, कल भी तुम्हारे हैं ||
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