नयनों से शर्माती
Hindi Poem - नयनों से शर्माती
लहर लहर लहराती
आँचल
नयनों से शर्माती
मेरे दिलवर
दिल की कसम
तू ही हमें है भाती
गीत प्यार के गाती है तू
लिखती प्रेम की पाती
पास आकर दूर जाती
घड़ी घड़ी तरसाती,
लहर लहर लहराती
आँचल
नयनों से शर्माती।
मेरे दिलवर
दिल की कसम
तू ही हमें है भाती।।
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