हमारा भारत,
कण-कण में
भरा अध्यात्म।
हमारी विरासत,
ज्ञान का सागर।
हमने देखी
सदियों की गुलामी।
पर ना हम टूटे,
ना हम झुके।
वैदिक काल का
ट्टषि मुनियों का भारत।
धर्म और अध्यात्म का
जब होता रहा शंखनाद।
राम कृष्ण की धरती
बुद्ध महावीर नानक की धरती।
दुनिया देखे अद्वितीय,
आज का युवा भारत,
विशाल भारत।