May 14, 2025

पुरानी यादें

 पुरानी यादें


अतीत की यादें बन कर

दिल में बस जाती हूं।

हर मन में रहती हूं मैं,

किस्सा पुरानी सुनाती हूं।। 

अकेलेपन का आगोश पाकर

मन में छा जाती हूं।

हृदय में पीड़ा पहुंचा कर

आंखों में आंसू ले आती हूं।।

अंगुलियों से आंसू पोंछ

जब सिर को झटकाते हो।

मेरे रुह को क्या,

मन से बिसराना चाहते हो?

मुझे कहां कोई भूला अद्वितीय

पुरानी यादें बन आती हूं।

जीवन भर हर किसी को

रुला तड़पा जाती हूं।।

No comments:

Post a Comment