होली आने वाली है
जब अंग अंग फड़कने लगे,
आम्रमंजरी से वातावरण दमकने लगे,
खेतों में सरसो के पौधे लहलहाने लगे,
जब सर्दी की ठिठुरन जाने लगे,
समझिये होली..........
आने वाली है।
जब जीवन में नवीन संचार होने लगे
किसी की कल्पना से दिल धड़कने लगे
हवा में मादकता घुलने लगे
जब प्रकृति दुलहन की तरह सजने लगे
समझिये होली..........
आने वाली है।
जब बालक युवा वृद्ध सभी हर्षित होने लगे
हर किसी की कल्पना में रंग घुलने लगे
रातें सुहानी लगने लगे
जब मौसम में उष्णता छाने लगे
समझिये होली..........
आने वाली है
हां हां होली आने वाली है।
+++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++
No comments:
Post a Comment