Motivational Poem In Hindi
बारिश की हल्की बौछार
बारिश की हल्की बौछार
तन मन को सहला रही थी।
हवाएं केशों से खेलती
अपने स्नेह का अहसास दिला रही थी।।
सोंधी सोंधी सुगंध लिए
धरती अपनी गोद में दुलार रही थी।
हरी भरी वनस्पतियां
चारों ओर खिलखिला रही थी।।
लग रहा था प्रकृति हमें
आगोश में लेने को बांहें फैलाये खड़ी है।
और जिन्दगी
यह प्रेम पाकर गुदगुदा रही थी।।
लबों को चूमकर कहती है चंचल हवायें,
जब बोलो मीठा बोलो।
आंखों को सहलाकर समझाती है,
जब देखो अच्छा देखो।।
हाथों को थामकर सिखलाती है,
जो करो सबके भले के लिए करो।
जीवन है तो सिर्फ इसी पल है,
यही पल जीवन है, सबसे प्यार करो।।
00000000000000
No comments:
Post a Comment