ध्वज सफलता का लहराना है, आसमां को छूना है।
संकल्प जब बड़ा हो
संघर्ष सामने खड़ा हो
साहस और धीरज धरना है,
बुलंदी को छूना है।
ध्वज सफलता का लहराना है, आसमां को छूना है।
हारना नहीं पथिक
बस जोर लगाना राह में
मंजिल अब दूर नहीं,
सफलता को चूमना है।।
उच्च शिखर के ऊपर, आसमां को छूना है।
सत्कर्मों के पथ पर
सदा आगे बढ़ना है
मानवता के हित में,
प्रेम का ध्येय धरना है।
उच्च शिखर के ऊपर, ध्वज प्रेम का लहराना है।
ध्येय को सामने रखकर
कठोर परिश्रम से नाता जोड़ कर
उन्नति के पथ पर आगे बढ़ना है,
लक्ष्य को चूमना है।।
हार कर नहीं जीत कर, उच्च शिखर के ऊपर
ध्वज सफलता का लहराना है, आसमां को छूना है।
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