हर जन्म दिवस
एक नव-वर्ष हो
नव चेतना , नव भावना , नव कामना की आशा है जीवन अर्पण हो मानवता में, यही अभिलाषा है|
संकल्प है मानव प्रेम का नित इस इच्छा का उत्कर्ष हो कर्म, वचन, धर्म हो निर्मल नित हर जीवन में हर्ष हो|
जीवन वर्ष दर वर्ष बढ़ता रहा हर जन्मदिवस एक नव-वर्ष हो | ज्ञानदीप अर्पण करता रहा यह सोच कर हर जीवन सुन्दर व आदर्श हो|
मानव जीवन के उच्चतम विकास में हर जीव वनस्पति का साथ हो न उजड़े धरती की हरियाली न किसी पशु-पछी, जीव का नाश हो|
नव चेतना , नव भावना , नव कामना की आशा है
जीवन अर्पण हो मानवता में, यही अभिलाषा है|
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