Hindi Motivational Poem
जीओ मेरे लाल
Jiao Mere Laal
( 5 जून पर विशेष )
बड़े जतन से पाला
बेटे और बेटी को
ज्यादा से ज्यादा कोशिश
उसे देने को
अपना खून है वह अपनी जान है
जीओ मेरे लाल,
तुझ पर जीवन कुर्बान है।
पर सोचा जरा भी नहीं तुमने
इन चंद खुशियों से
जीवन उसका
खुशहाल कैसे होगा ?
क्योंकि तुमने ही किया है बेड़ा गर्क
इस संसार का.....
खुद तो जी लिए
पर उसके लिए क्या छोड़ गए ?
सूखी नदियाँ, सूखी धरती
और प्रदूषित-----उजड़े चमन
सारी धरती बंजर कर दी
और घोल दी वायु में जहर
धन - दौलत की आग में
तुमने कितना कुछ जला डाला
न स्वच्छ हवा को छोड़ा
न हरी भरी धरती को
कैसे जियेगा लाल
पर्यावरण का हो गया बुरा हाल
आज ही पर्यावरण दिवस पर
शपथ ले लो सारे बच्चों के माँ-बाप
अपने बच्चों के लिए
न होने देंगे पर्यावरण का विनाश।।
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