May 1, 2016

नया करने की जिद - Poem - In Hindi-naya karne ki jid




नया करने की जिद 


यह संसार बेहद सरल है 
यह संसार बेहद आकर्षक है 

यह संसार विशेषज्ञों का संसार है
यह संसार मानवों का प्यार है 
परिवर्तन संसार की नियति है 
मानव मष्तिष्क की परिणति है 

नया सोचने की जिद 
नया करने की जिद 
 फिर होता नया अविष्कार 
हर पल परिवर्तन का  संसार

जो नहीं बदलता है 
वह गीत गाता है - 
'हमें जिन्दगी से कुछ नहीं मिल सका........ 
ये जीवन बेकार है.........'

ऐसे नहीं बदलने वाले असफल मानवों की 
फ़ौज भी बहुत बड़ी है
जो नया सीखना बंद कर देता है 
अपनी असफलता को किस्मत का खेल कहता है  
उसे कोई तो बताये 

वह अपने अंदर सिखने और 
नया करने की प्रवृति जगा कर तो  देखे 
जमाना आज भी उसके आगे खड़ी है



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