नया करने की जिद
यह संसार बेहद सरल है
यह संसार बेहद आकर्षक है
यह संसार विशेषज्ञों का संसार है
यह संसार मानवों का प्यार है
परिवर्तन संसार की नियति है
मानव मष्तिष्क की परिणति है
नया सोचने की जिद
नया करने की जिद
फिर होता नया अविष्कार
हर पल परिवर्तन का संसार
जो नहीं बदलता है
वह गीत गाता है -
'हमें जिन्दगी से कुछ नहीं मिल सका........
ये जीवन बेकार है.........'
ऐसे नहीं बदलने वाले असफल मानवों की
फ़ौज भी बहुत बड़ी है
जो नया सीखना बंद कर देता है
अपनी असफलता को किस्मत का खेल कहता है
उसे कोई तो बताये
वह अपने अंदर सिखने और
नया करने की प्रवृति जगा कर तो देखे
जमाना आज भी उसके आगे खड़ी है
No comments:
Post a Comment