May 3, 2016

हिमालय सी ऊँची चाहत है अपनी - Motivational Poem-In Hindi-Himalay si unchi chahat hai apni


हिमालय सी  ऊँची 

चाहत है अपनी 

Motivational Poem-In HindiHimalay si unchi chahat hai apni


हद से गुजरने की चाहत है 
कदम अब रुकेगी न अपनी 

आगे... और आगे बढ़ने की हिम्मत 
कभी अब छूटेगी न अपनी

आती रहें बाधाएं 
हिमालय सी ऊँची चाहत है अपनी

संकल्प की दीवारों से, उत्साह के बाड़ों से 
दृढ़ता की चट्टानों से, लगन के खजानों से

आलस को भगाया हूँ 
तनावों को फटकारा हूँ 
उदासीनता -डिप्रेशन जो जम गया था
खुरच-खुरच कर उसे बहाया हूँ 

आज फिर भुला हुआ मंजिल
पाने की कोशिश में
 हिमालय सी ऊँची चाहत
बनाया हूँ ॥ 
  

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