Hindi Poem-Lyrics-Preet ke Sang Thitholi- प्रीत के संग ठिठोली
होली है भई होली
प्रीत के संग ठिठोली।
नार नवेली चाल शराबी
होगी उसकी गाल गुलाबी
भर कर रंगों की पिचकारी
निकल पड़ी मस्तानो की टोली
होली है भई होलीप्रीत के संग ठिठोली।।
रंगों के प्याले छलकाता होली
फगुआ के गीत गाता होली
घूँघट वाली पिया नवेली
कोई बच न पाये होली,
होली है भई होली
प्रीत के संग ठिठोली।
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