Mar 18, 2016

प्रेम के गीत गाते रहो

Hindi Poem, Lyrics






Hindi Poems-Lyrics - प्रेम के गीत गाते रहो

सूरज की तरह
हँसते रहो
तारो की तरह
झिलमिलाते रहो
फूलो की तरह
मुस्कुराते रहो
प्रेम के गीत गाते रहो
हँसते रहो.........हंसाते रहो।

लहरों की तरह
लहराते रहो
चंदन की तरह
महकाते रहो
हर घड़ी हर पल
खिलखिलाते रहो
झूम-झूम कर
प्रेम राग गाते रहो
हँसते रहो.........हंसाते रहो।।



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