Feb 24, 2016

सरगम के गीतों में आकर

जीवन क्या है
         क्या है सपना
तू ही हो
          केवल अपना
जीवन क्या है, क्या है सपना।
सुन्दर चेहरा
         मोर की लाली
तुम से है
          धरती की हरियाली
सरगम के
         गीतों में आकर
हवाओं से
         रोम रोम सहलाती
अपना अपना तू ही हो अपना
जीवन की है तू ही सपना
सारा गम खुद सह जाती
खुशियां मुझे दिलाती
हर पल यादो में आती
दिल के आँगन को महकाती
अपना - अपना बन जाती
सपना -सपना
      तू ही हो अपना॥

             

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