Motivational Hindi Poem
तुम्हारे पास रहूं या न रहूं
नई राह पर पग धरने का
निर्णय कल जब लिया था।
सुरों मेें थी प्राणों की कम्पन
गीतों में हृदय की अनुगूंज।
शिखर छूने की थी लगन
और धैर्य का प्रकाशपुंज।।
नई राह पर पग धरने का
निर्णय कल जब लिया था।
बड़ों के आशीर्वाद थे
और उनके प्रेरणा भरे शब्द-
तुम्हारे पास रहूं या न रहूं,
विश्वास को खंडित न होने देना।
नए लोगों में, नयी जगह,
हिम्मत कभी मत हारना।।
नई राह पर पग धरने का
निर्णय कल जब लिया था।
बड़ों के आशीर्वाद थे
और उनके प्रेरणा भरे शब्द-
संभालना होता है स्वयं को
अपने ही बलबूते।
और चलना होता है जीवन के
हर कदम बिना रूके।।
नई राह पर पग धरने का
निर्णय कल जब लिया था।
मन घुमड़ घुमड़़ कर
उसी पल को महसूस कर रहा था।।
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