Mar 8, 2017

पल-पल आंखें नम होती गयी Pal-Pal aankheyn nam hoti gayi

पल-पल आंखें नम होती गयी

एक पल जो तुम्हें भूला,
फिर पल-पल आंखें नम होती गयी।

हृदय विचलित होता गया 
आवाज भी थमती गयी 
कदम में लड़खड़ाहट बढ़ता गया 
ज्यों-ज्यों याद आती गयी 

एक पल जो तुम्हें भूला,
फिर पल-पल आंखें नम होती गयी।

बड़ी उम्मीद हो, बड़ी आस हो 
मेरे हृदय के अत्यधिक पास हो 
तुम्हीं मंजिल हो, तुम्हीं मेरी पहचान हो 
उस एक पल में बात समझ में आ गयी 

एक पल जो तुम्हें भूला,
फिर पल-पल आंखें नम होती गयी।
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