पल-पल आंखें नम होती गयी
एक पल जो तुम्हें भूला,
फिर पल-पल आंखें नम होती गयी।
हृदय विचलित होता गया
आवाज भी थमती गयी
कदम में लड़खड़ाहट बढ़ता गया
ज्यों-ज्यों याद आती गयी
एक पल जो तुम्हें भूला,
फिर पल-पल आंखें नम होती गयी।
बड़ी उम्मीद हो, बड़ी आस हो
मेरे हृदय के अत्यधिक पास हो
तुम्हीं मंजिल हो, तुम्हीं मेरी पहचान हो
उस एक पल में बात समझ में आ गयी
एक पल जो तुम्हें भूला,
फिर पल-पल आंखें नम होती गयी।
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